हे नट नागर आओ | Hey Nat
हे नट नागर आओ ( Hey nat nagar aao ) हृदय कमल पर मृदुल चरण धर, मन ही मन हर्षाओ। हे नट नागर आओ। ललित लास्य हो अभिनव लीला। फहराये दुकूल पट पीला। अरुण अधर पर विश्व मोहिनी मुरली मधुर बजाओ। हे नट नागर आओ। उतरें भू पर सुर बालायें। देख त्रिभंगी छवि मुसकायें।…