Hindi Poem on Purush

पुरुष | Hindi Poem on Purush

पुरुष ( Purush )    इनके आंखों में होती नहीं नमी पर जज्बातों की होती नहीं कमी   फिक्र रहती है इन्हें हमारी सदा प्यार जताते हैं हम पर यदा-कदा   गुस्सा क्रोध ,नाराजगी ,इनका अस्त्र है बिटिया, बेटा, सुनो जरा, इनका सस्त्र हैl   दिनभर दौड़ते हैं कभी रुकते नहीं काम करते-करते यह थकते…