उनके आने का इन्तिज़ार रहा | Intezar Shayari
उनके आने का इन्तिज़ार रहा ( Unke aane ka intezar raha ) उनके आने का इन्तिज़ार रहा, हर समय मोसम-ए-बहार रहा। दीदाये-दिल में वो रहे मेरे, उम्र भर जिनको हमसे प्यार रहा। मेरी नज़रों से दूर थे लेकिन, मैं तो उनका ही तलब-गार रहा। क्यूँ ,करे कोई दुश्मनी मुझसे, आप से सबसे हमको प्यार…