कागज और नोट | Kagaz aur Note
कागज और नोट ( Kagaz aur note ) बचपन में पढ़ने का या अच्छा कुछ करने का मन कहां? और कब? होता है। पर मां समझाती थी एक ही बात बताती थी पढने से कुछ करने से पैसा आता है सहूलियत आती है और ज़िंदगी सुधर जाती है। चड़ पड़ा बस्ता लिए स्कूल को,…