Kahani Bhooton ka Agent

भूतों का एजेंट | Kahani Bhooton ka Agent

रात्रि का लगभग 9:00 बज रहा होगा। प्रयागराज की एक मजार पर बहुत सी स्त्रियां अभुआ सुसुआ आ रही थी। एक कह रही थी कि -“मैं इसके शरीर को नहीं छोडूंगी। मैं उसकी जान लेकर के रहूंगी। ” खुले बाल कमर को चारों तरफ से नचाती हुई वह सवाल जवाब किए जा रहे थी। वहां…