Kalam bolti hai kavita

कलम बोलती है | Kalam bolti hai kavita

कलम बोलती है ( Kalam bolti hai )   कलम बोलती है कलम बोलती है पूरा तोलती है पूरा तोलती है   गूंज उठती है मंचों पर प्यारी सी रसधार बने गीत गजल छंद मधुर महकती बयार बने   बुलंद होती मुखर वाणी कुर्सियां डोलती है कलम बोलती है कलम बोलती है   कांपते हैं…