कलयुग में राम पधारे | Kalyug me Ram Padhare

कलयुग में राम पधारे | Kalyug me Ram Padhare

अहो भाग्य हमारे,जो कलयुग में राम पधारे हिय तरंग दिव्यता स्पंदन, सकारात्मक संपूर्ण परिवेश । सघन तिमिर अस्ताचल बेला, सात्विकता उन्मुख मनुज आवेश । रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर्व, नव्य कांति सृष्टि मंडल पसारे । अहो भाग्य हमारे,जो कलयुग में राम पधारे ।। घर बाजार गांव शहर, स्वच्छता विशेष अभियान । अज्ञान अंधेरा मूल दूर, रक्षा…