Kar gaya baat woh ajnabi ki tarah

कर गया बात वो अजनबी की तरह | Kar gaya baat woh ajnabi ki tarah | Ghazal

कर गया बात वो अजनबी की तरह ( Kar gaya baat woh ajnabi ki tarah )   कर गया बात वो अजनबी की तरह बन गया और वो अब सभी की तरह   और वो कर रहा है दग़ा प्यार में अपना माना उसे जिंदगी की तरह   दोस्ती में दरार फ़िर न आती मगर…