Kavita bin badal barsaat

बिन बादल बरसात | Kavita bin badal barsaat

बिन बादल बरसात ( Bin badal barsaat ) महक जाए चमन सारे दिल की वादियां घर हमारे। झूम उठे मेरा मन मयूरा मुस्कुरा उठे चांद वो तारे।   हो जाए दिल दीवाना मधुर सुहानी जब लगती रात। मन का मीत तेरे आने से होती बिन बादल बरसात।   कोई नया तराना लिखता होठों का मुस्कुराना…