हनुमान जन्मोत्सव | Kavita Hanuman Janmotsav
हनुमान जन्मोत्सव ( Hanuman Janmotsav ) तुम ज्ञान- गुण – सागर हो श्रीराम की रक्षा के लिये जीवन का सर्वस्व मिटाकर तुमने युध्द में अपने कौशल्य से लंका – दहन किया . तुम्हारी जागृत मूर्ति को मैं प्रणाम करता हूं कि तुम्हारा नाम लेते ही शत्रु -नाश दुर्भाग्य -दूर और प्रेत-मुक्ति हो जाती है ….