मुर्दों के शहर में | Kavita murdon ke shahar mein
मुर्दों के शहर में ( Murdon ke shahar mein ) फंस गऍं हम भी किसी के प्यार में, आ गऍं आज इस मुर्दों के शहर में। पड़ोसी पड़ोसी को नही पहचानता, बैठें है जबकि अपने-अपने घरों में।। गाॅंव जैसा माहौल बोली में मिठास, नही है इन शहर की काॅलोनियों में। दूसरों की…