फूले पलाश मेरे फूले पलाश | Kavita Phoole Palash
फूले पलाश मेरे फूले पलाश। ( Phoole palash mere phoole palash ) फूले पलाश मेरे फूले पलाश। धरती मुदित है,मुदित है आकाश ।। फूले पलाश मेरे फूले पलाश.. ….. चलने लगी है बसंती हवाएं तन-मन में फागुन की यादें जगाए अमुआ की बौरें भी मस्ती से झूमें खकरा के पत्ता भी धरती को चूमें…