ये मुल्क हमारी जान | Kavita Ye Mulk Hamari Jaan
ये मुल्क हमारी जान ( Ye mulk hamari jaan ) एक दिन भी निभा नही सकेंगे हम जैसा किरदार पर आज वही लोग हम को मशवरे देते है हजार। उंगली पर लगी हुई स्याही केवल निशानी नही है हमारी शान व देश की पहचान, लोकतंत्र यही है। देश मना रहा गणतंत्र दिवस लोकतंत्र देता…