Lekhak

लेखक | Lekhak

लेखक ( Lekhak )    सत्य का समर्थन और गलत का विरोध ही साहित्य का मूल उद्देश्य है कहीं यह पुष्प सा कोमल कहीं पाषाण से भी सख्त है कहीं नमन है वंदन है कहीं दग्ध लहू तो कहीं चंदन है मन के हर भावों का स्वरूप है साहित्य हर परिस्थितियों के अनुरूप है साहित्य…