मन के जालों को भी जरा साफ कर लिया जाए!
दीपोत्सव नजदीक है इतनी सारी तैयारियांँ, साफ- सफाई अभियान जोरों पर है घर- आंँगन व बाहर। कहते भी है कि सफाई रहती है तो भगवान हमारे नजदीक रहते हैं। सच है स्वच्छ तन ,स्वच्छ घर- आंगन ,स्वच्छ परिवेश आंँखों को लुभाता है । तन-मन को स्वस्थ रखता है। किसे भला अच्छा नहीं लगता साफ सफाई…