मेलों की बात निराली है | Melon ki Baat
मेलों की बात निराली है ( Melon ki baat nirali hai ) झूले सर्कस सज रही दुकानें नाच रही मतवाली है। आओ मेला देखन जाए मेलों की बात निराली है। बिके बांसुरी हाथी घोड़े भांति भांति के खेल खिलौने। शहरी ग्रामीण सब जन आए लगे नजारे बड़े सलोने। चाट पकोड़े कुल्फी खाओ खूब पियो…