मेरा भारत | Mera Bharat
मेरा भारत ! ( Mera Bharat ) बिछाकर आँख सबको जोड़ता है भारत, दुनिया को साथ लेकर चलता है भारत। कितने टूट चुके हैं देखो, दुनिया के तार, सारे जहां का साज रखता है भारत। पामाल हो चुके हैं न जाने कितने देश, सब में इंकलाब भरता है भारत। झुका देता है नील गगन…