मेरा परिचय | Mera parichay | Kavita
मेरा परिचय ( Mera parichay ) मैं अगम अनाम अगोचर हूँ ये श्रृष्टि मेरी ही परछाई मैं काल पुरुष मैं युग द्रष्टा मानव की करता अगुआई मेरी भृकुटि स्पंदन से आती हर युग मे महा – प्रलय मैं अभ्यंकर मैं प्रलयंकर हर युग मे मैं ही विष पाई मैं सतयुग…