मोहन तिवारी की कविताएं | Mohan Tiwari Poetry
विचार आपके देता नहीं साथ कोई किसी कापहुँच जाते हैं तब भी पहुँचने वालेउम्मीद पर हि कायम है दुनियांटूट जाते हैं मगर, भरोसे पर रहने वाले चुनौती न हो वह लक्ष्य ही नहींत्याग न हो वह कर्म ही नहींदिशा बिन संघर्ष ही नहींमंशा बिन उत्कर्ष ही नहीं मोड़ बिन कोई राह नहींलगाव बिन कोई चाह…