पिताजी आप कहाॅं चलें गए | Pitaji
पिताजी आप कहाॅं चलें गए ( Pitaji aap kaha chale gaye ) अनेंक उपकार करके पिताजी आप कहाॅं चलें गए, अपनें दुःख ग़म को छुपाकर आप संग ही ले गए। निश्छल आपका प्यार हम पर बरसा कर चलें गए, हज़ारों खुशियां हमको देकर आप कहाॅं चलें गए।। जीवन के कई उतार-चढ़ाव मुझको सिखाकर गए,…