Poem bade bujurgon ka samman kijiye

बड़े बुजुर्गों का सम्मान कीजिए | Poem bade bujurgon ka samman kijiye

बड़े बुजुर्गों का सम्मान कीजिए ( Bade bujurgon ka samman kijiye )     माता, पिता, बड़े बुजुर्गों का सम्मान कीजिए, अपने बच्चों को बंगला न कार ,संस्कार दीजिए,   कल मैंने देखा तीन लड़कियों को पार्क में, मोबाइल  का दौर है इन्हे ,सुधार लीजिए,   करते हैं लड़के चैटिंग रात रात गर्लफ्रेंड से फिर…