Poem in Hindi on Kisan

किसानों की उम्मीद | Poem in Hindi on Kisan

किसानों की उम्मीद  ( Kisano ki umeed )    प्रीति में चूक ना इनके अब, उम्मीद का दीप जले कब तक जीवन बरसे तरसे जीवन, नभ में ना मेघ घटे अब तक हे नाथ अनाथ करहु ना अब, जीवन तो शेष रहे जब तक जल ही जल है जल थल नभ में, हम फिर भी…