रक्षा-बन्धन | Raksha bandhan kavita
“रक्षा-बन्धन” –>लो आ गई राखी…….|| बाजार खुल गया राखी का, चमचम चमके राखी | कोई खरीदे खेल-खिलौने, कोई खरीदे राखी | कहीं पे मम्मी कही पे बहना, कर रही हैं शॉपिंग | कहीं पे मुरली लेकर बच्चे, कर रहे हैं पंपिंग | –>लो आ गई राखी …….|| मम्मी घर पर तरह-तरह के, बना रही…