रिश्ते | Rishtey par kavita
रिश्ते ( Rishtey ) खामोशियों से रुकसत हो जाते हैं हर रिश्ते, अगर चुपचाप रहोगे गूंगे हो जाते है हर रिश्ते। कभी कभी बेमतलब ही बात कर लिया करो, बने रहेंगे हमेशा सदा तुम्हारे अपने हर रिश्ते।। बनाने से बन जाते हैं इस दुनिया में रिश्ते, बिगाड़ने से बिगड़ जाते हैं दुनिया में…