भारतीय संविधान | Samvidhan par kavita
भारतीय संविधान ( Bhartiya samvidhan ) कोटि कोटि कंठो से निकली एक यही स्वर धारा है सबसे न्यारा सबसे प्यारा सुसंविधान हमारा है, शत् शत् नवल प्रणाम तुम्हें एक तुम्हीं सहारा है बहते दरिया में नावों का सुंदर एक किनारा है , समता का अधिकार दिया यह शिक्षा का उजियारा है नारी…