Zindagi Shayari

जिंदगी को मगर कब ख़ुशी मिल रही | Zindagi Shayari

जिंदगी को मगर कब ख़ुशी मिल रही ( Zindagi ko magar kab khushi mil rahi )     जिंदगी को मगर कब ख़ुशी मिल रही रोज़ ही ग़म भरी चांदनी मिल रही   मिल रही है दग़ा की रवानी मुझे बावफ़ा कब भरी दोस्ती मिल रही   हम सफ़र तो बना ही नहीं कोई भी…

ऐ जिन्दगी

ऐ जिन्दगी | Zindagi Par Shayari

ऐ जिन्दगी ( Ai Zindagi )     जिंदगी हर दिन एक जंग सी लगती है, कभी पहलू में मेरे तो , कभी तेरे लगती है,   कभी पास आके बैठ, तो बताए हमे कितनी बेरहम लगती है, हर दिन ये मुझसे मेरे ही जवाबो पे एक नया सवाल पूछती है,   की तू तो…