श्राद्ध पक्ष | Shradh Paksha Kavita
श्राद्ध पक्ष ( Shradh Paksh ) पुरखों को सम्मान दें, हैं उनके ही अंश। तर्पण कर निज भाव से, फले आपका वंश।। बदला सारा ढंग है, भूल गए सत्कार। तर्पण कर इतिश्री किया, छूट गए संस्कार।। तब कौवों ने बैठ के, रच दी सभा विशाल। श्राद्ध पक्ष अब आ गए, समय बड़ा…