सृष्टि की माया | Srishti ki Maya
सृष्टि की माया ( Srishti ki maya ) इस सृष्टि की माया में जैसा इन्द्रियों को सुख चाहिए वैसा ही मिलता है मगर सुखों के अन्त में दुःख यह विरोधाभास हर बार हर जगह मिलता है क्षणिक आनन्द के लिए परउत्पीडन क्यों हिंसा वन्य प्राणियों में प्रकृति का नियम है? पीड़ा रहित रक्तपात रहित…