तब्दीली | Tabdeeli
तब्दीली ( Tabdeeli ) आपके शब्द , नीयत और कर्म समय की दीवार से टकराकर लौटते ही हैं आप तक यहां आपका बाली या सामर्थ्य कोई मायने नहीं रखता मजबूर के मुंह से बोल नही फूटते किंतु,उसकी आह जला देती है किसी के भी सामर्थ्य को वक्त किसी को माफ नही करता चट्टानें भी…