Thanedar par kavita

मैं थानेदार हूँ | Thanedar par kavita

मैं थानेदार हूँ! ( Main thanedar hoon )   जो कानून का आँचल फाड़ते हैं, मैं उन्हें फाड़ता हूँ। ऐसे मजनुओं का जुनून मैं, जूतों से कुचलता हूँ। मैं सेवक हूँ आम जनता का, हर जुल्म का प्रहार हूँ, मैं एक थानेदार हूँ।   हर आग से देखो मैं हूँ वाकिफ , जलना मुझे आता…