वजूद | Vajood
वजूद ( Vajood ) आज में ही गुम न रहो इतना कि कल तुमसे तुम्हारा रूठ जाए आज तो आएगा फिर आज के बाद ही संभव है कि कहीं कल तुमसे छूट न जाए समेट लो खुशियां बाहों में अपनी मगर बचाते भी रहो कल के खातिर आज ही कीमती नही तुम्हारे लिए बेहतर…
वजूद ( Vajood ) आज में ही गुम न रहो इतना कि कल तुमसे तुम्हारा रूठ जाए आज तो आएगा फिर आज के बाद ही संभव है कि कहीं कल तुमसे छूट न जाए समेट लो खुशियां बाहों में अपनी मगर बचाते भी रहो कल के खातिर आज ही कीमती नही तुम्हारे लिए बेहतर…