Varg Vishesh

वर्ग विशेष | Varg Vishesh

वर्ग विशेष ( Varg vishesh )    मानते हो यदि कोई स्वयं को साहित्यकार तो उसे खुलकर भी विरोध मे लिखना होगा लुट रहीं बहन बेटियां ,सरेआम कत्ल हो रहे बढ़ रहे दंगे फसाद , आतंकी मस्त हो रहे चोले बदलकर जिहादी ,कर रहे नाच नंगा संभाल रहे अभी आप,तहजीबी जमुना गंगा आए बन शरणार्थी,तानाशाही…