यकीन | Yakeen kavita
यकीन ( Yakeen ) ये मुझ पर सब का”यकीन”है || 1.नौ महीने कोख मे, मुझे पाला पोसा-मात ने | जन्म दिया पीडा सही, और दूध पिलाया मात ने | बचपन की अठखेलियां, गीला-सूखा सहती रही | आँख का उसके तारा हुँ, पूरे यकीन से कहती रही | ये मुझ पर मेरे माँ का “यकीन”है…