“तांडव” देखी। राजनीति का फुल डोज है इसमें। यद्यपि यह आते ही विवादों में उलझ गयी लेकिन सच कहूं तो कुछ द्विअर्थी डायलॉग और एकाध आपत्तिजनक द्रश्यों के अलावा विरोध करने के लिए कुछ खास नही है।
चूंकि यह एक राजनीतिक सीरीज है सो इसे विवादों में पड़ना ही था। विवादित होने की सबसे बड़ी वजह सीरीज के शुरुआती एपिसोड में कहानी के एक पात्र द्वारा विश्विद्यालय कैम्पस में एक नाटक के दौरान भगवान शिव के रोल में मुंह से गन्दी गाली निकालना है।