ए.आई.लेस युवा बाबा | नाटिका
पात्र परिचय
1) रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) – आयु 25 वर्ष।
2) 5 ए. आई . ( आर्टिफिशियल इंटेलि टिजेंट) महिला रोबोट।
3) 1 ए. आई. ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट)पुरुष रोबोट।
4 ) इंजीनियर धर्मेन्द्र कुमार (दुकानदार ए. आई. मेकर)- आयु 30 वर्ष।
4) 1 ग्रामीण आदमी- आयु 30 वर्ष।
5) 1 ग्रामीण गायक । आयु 28 वर्ष।
6 ) 3 ग्रामीण औरतें, उम्र क्रमशः 28,32,35 वर्ष।
7 ) 1 ग्रामीण नर्तकी ।आयु 25 वर्ष।
मंच व्यवस्था
चिलचिलाती धूप।
लंबी चौड़ी ,साफ सुथरी,मजबूत खाली सड़क। सड़क पर शोर” सू..उ..न । सुू.. ऊ.. न”
के साथ अत्यंत तीव्र गति से चलती हुई मर्सिडीज़ कार आकर रुकती है। उसमें से दो ए. आई . (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट महिला रोबोट) बाहर निकलती हैं और हाथ जोड़कर रोड के साइड में खड़ी हो जाती हैं।
कुछ देर बाद
लैंबॉर्गिनी कार अत्यंत तीव्र गति से “सांय….सांय ..” करती हुई उसी जगह पर आकर रुकती है । उसमें से भी दो ए.आई. महिला रोबोट बाहर निकलती हैं। एक असिस्टेंट ए . आई महिला रोबोट हाथ में चांदी का सिंहासन। दूसरी कंधे पर बैग टांगे हुए और दूसरे हाथ में ही बड़ा सा सूटकेस पकड़े हुए।
सीनियर ए. आई. महिला रोबोट जल्दी से ड्राइविंग सीट से उतरकर दरवाजा बंद करती है ” धक्क”
फिर रिच मनन्त बाबा ( बॉय) की सीट वाले दरवाजे को खोलती है फक्क”
रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) कार का दरवाजा खुलते ही अपने दोनो पैर सीट से बाहर साइड में लटका लेता है।
रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) (भारी भरकम शरीर) के हाथों में हीरे का ब्रेसलेट,
रिंग फिंगर में मोटा पन्ना हीरा जड़ित अंगूठी । अंगूठे में शाइन करती हुई मल्टी स्टोन बड़ी सी अंगूठी । सर पर चोटी। चोटी पर हीरा जड़ित क्लचर लगा है । सोने के बॉर्डर वाली पैंट पहनी है। ऊपर से सफेद कुर्ता पहना है। हीरों की माला गले में डाली है साथ ही कुर्ते में हीरे के बटन लगे हुए चमक रहे हैं।
गले में लंबी सी सप्त रंगों के जवाहरात वाली माला भी पहनी है।
धूप का काला चश्मा पहना है।
असिस्टेंट ए . आई. रोबोट महिला बैग में से सोने की जूतियां निकालती है और सीनियर ए. आई. महिला रोबोट को दे देती है। सीनियर ए.आई. रोबोट महिला रिच मनन्त बाबा ( बॉय) के पैर में जूती पहनाती है। फिर उल्टी होकर युवा बाबा की तरफ पीठ करके पीठ झुका देती है।
रिच मनन्त बाबा (ब्वॉय) अपने दोनों हाथ ए . आई.रोबोट महिला के गले में डाल देता है और उसकी पीठ पर सवार हो जाता है। और अपने पैर ए .आई .रोबोट महिला के पेट की तरफ बढ़ा देता है। ए. आई. रोबोट महिला रिच मनन्त बाबा (ब्वॉय) के पैरों को पकड़ लेती है।और रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) को पीठ पर बिठाकर उसके पैरों को पकड़ कर गर्व से चलती है।
दूसरी ए.आई. रोबोट महिला बड़ा सा सूटकेस पकडे हुए उनके साथ साथ चल पड़ती है। आजू-बाजू के लोग उन्हें देखते रहते हैं। हाथ जोड़ कर रिच मनन्त बाबा( ब्वॉय) का स्वागत करते हैं। फूल बरसाते हैं। खुशी में झूमते गाते हैं।_”आ… हू… आ… हू….”
की आवाजें निकालते जाते हैं।
खुद को धन्य महसूस करते हैं कि आज रिच मनन्त बाबा ( बॉय) उनके गांव में पधारे हैं।
गांव के कच्चे रास्ते, पथरीले रास्ते पर ए .आई. रोबोट महिला नंगे पैर रिच मनन्त बाबा( ब्वॉय) को पीठ पर बिठा कर काफी दूर तक चलती जाती है।
दो ए. आई. बॉडीगार्ड महिला रोबोट भी उनके साथ साथ चलती जाती हैं। सभी ग्रामीण औरतें ,आदमी ,बच्चे भी साथ साथ चलते जाते हैं। रिच मनन्त बाबा( ब्वॉय) और ए. आई. महिला रोबोटों को ऐसे देखते जाते हैं जैसे कोई अजूबा हो।
ए आई महिला रोबोट टेढ़े _मेढ़े रास्तों से होते हुए एक चबूतरे पर पहुंचकर रुकती है।
वहां पर मौजूद ग्रामीण लोग एक डरी पर सफेद चादर बिछाकर आसन लगाते हैं।
असिस्टेंट ए. आई.महिला रोबोट चांदी का सिंहासन आसन्न पर रख देती है।
ए .आई .रोबोट महिला रिच मनन्त को बहुत ही सावधानी,बहुत ही इज्जत से ,प्रेम से चांदी के सिंहासन पर बिठा देती है। और हाथ जोड़ कर खड़ी हो जाती है। दूसरी असिस्टेंट ए. आई .महिला रोबोट भी हाथ जोड़कर खड़ी रहती है।
प्रकाश मद्धम
प्रकाश गुल (क्षणिक)
दृश्य परिवर्तन
रिच मनन्त बाबा ( बॉय) सिंहासन पर अकड़ कर बैठता है ।
सिंहासन के दोनो ओर थोड़ी दूरी पर दोनो ए. आई. महिला बॉडीगार्ड खड़ी हो जाती हैं।
वहां खड़े सभी ग्रामीण जन एक एक करके रिच मनन्त बाबा ( बॉय) के पैर छूते हैं।
महिलाएं अपने साड़ी के पल्लू से या चुनरी से रिच बाबा( बॉय)के पैर छूती हैं।”
कुछ लोग दूर से ही हाथ जोड़कर अभिवादन करते हैं।
रिच मनन्त बाबा( बॉय) उनका अभिवादन केवल सिर हिलाकर लेता है “सिर हिलाता है।”
फिर ए .आई .रोबोट उसके पैरों के पास बैठकर पैरों में से जूतियां निकालती है और एसिस्टेंट ए .आई .रोबोट को पकड़ा देती है।
वह जूतियां अपने दाएं कंधे पर लटके बैग में रखे हुए बहुत ही सुंदर बॉक्स में डालती है और बॉक्स बैग में रख देती है।
एक ग्रामीण आदमी आता है और रिच मनन्त बाबा( ब्वॉय) के एक पैर को पानी से धोता है। फिर कंधे पर रखे अंगोछे से पैर को रगड़ रगड़ कर अच्छे से पोछ्ता है ” पैर रगड़ने की आवाज गस्सस।”
अब एक ग्रामीण औरत रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) के दूसरे पैर को पानी से धोती है। फिर अपनी चुनरी से उसका पैर रगड़ रगड़ कर पोछती है ” गस्स”
अब फिर ए .आई. रोबोट महिला उस पानी को पहले खुद पीती है ” पीने की आवाज पि.. ऊ. ऊ .”
बचे हुए पानी को उस ग्रामीण आदमी को पीने के लिए देती है।
बचा हुआ पानी ग्रामीण आदमी पीता है ” पीने की आवाज पि. ऊ. ऊ.” थोड़ा पानी छोड़ देता है।
ए .आई .महिला रोबोट उस पानी को ग्रामीण महिला को दे देती है।
ग्रामीण औरत बचा हुआ पानी पी जाती है।
ए . आई. महिला रोबोट खाली टब बाबा ( ब्वॉय) को दिखाती है।
वह खाली टब में झांक कर देखता है और तसल्ली करते हुए कहता है “ओके”
अब रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) दूसरी असिस्टेंटl ए .आई .रोबोट महिला को आंख से सूटकेस खोलने का इशारा करता है।
असिस्टेंट ए . आई. रोबोट महिला सूटकेस खोलती है। रिच मनन्त बाबा ( बॉय) 500 रुपए की गड्डी पैर धोने वाले ग्रामीण आदमी की तरफ फेंक देता है ” फुह….”
आदमी गड्डी फुर्ती से लपक लेता है” गच..च” फिर दस बार रिच मनन्त बाबा( बॉय) के पैरों में झुकता हुआ कहता है ” मनन्त बाबा की जय । मनन्त बाबा की जय।”
फिर वह आदमी और पास में खड़े सभी ग्रामीण आदमी, औरत, बच्चे आवाज निकलते हैं “हा…. हू… हो… मनन्त बाबा की जय। मनन्त बाबा की जय” और वह आदमी खुशी खुशी उछलता कूदता चला जाता है।
अब रिच मनन्त बाबा ( बॉय) कुछ चांदी के सिक्के बॉक्स में से निकालता है और ग्रामीण महिला को चुनरी फैलाने का हाथ से इशारा करता है।
ग्रामीण औरत चुनरी फैला देती है।
मनन्त बाबा ढेर सारे चांदी के सिक्के उसकी झोली में डालता है ” खन खन खन।”
वह औरत बहुत खुश होती है और रिच मनन्त बाबा ( बॉय) को दंडवत प्रणाम करती रहती है। अन्य ग्रामीण आदमी,औरत,बच्चे खुशी में आवाजे निकलते हैं ” हो… हा….हो…. ह. हा…
अब एक ग्रामीण आदमी गाना गाता है “भूमर ।भुमर।”
उस गाने पर एक ग्रामीण औरत रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) के सामने गोल गोल नृत्य करती है। ” भूमर। भूमर।”
फिर दोनो ग्रामीण आदमी और औरत हाथ जोड़कर रिच मनन्त बाबा( ब्वॉय) के सामने घुटने के बल बैठकर हाथ जोड़ते हुए कहते है ” मालिक की जय हो।मनन्त बाबा की जय हो।”
सभी ग्रामीण आदमी, औरत ,बच्चे तालियां बजाते हैं।
रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय)
असिस्टेंट ए. आई. महिला रोबोट को आंख से सूटकेस खोलने का इशारा करता है।
असिस्टेंट ए. आई. महिला रोबोट सूटकेस खोलती है ।
रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय)
दो सोने के कंगन निकालकर नर्तिका की और फेंकता है ” टन टन”
नर्तिका फुर्ती से लपकती है ” लप्प”
फिर मजे से हाथों में कंगन पहनकर अपनी चुनरी से बाबा के तीन बार ” पैर छूती है।”
अब रिच मनन्त बाबा बॉक्स में से एक मोटी सोने की चेन निकालकर
ग्रामीण गायक की और फेंकता है ” फुह्ह”
गायक फुर्ती से लपक लेता है ” गस्स..”
फिर मजे से गले में पहनकर बाबा के पैर तीन बार छूता है।
प्रकाश मद्धम
एक क्षण के लिए प्रकाश गुल
दृश्य परिवर्तन
दोपहर की चिलचिलाती धूप।
ए .आई . रोबोट महिला ग्रामीण औरतों के झुंड में जाती है। एक महिला थाली में तरबूज व खरबूजे के टुकड़े सजाती है। दूसरी औरत कुछ अंगूर सजाती है ।
ए .आई. महिला रोबोट दोनो औरतों के साथ थाली रिच मनन्त बाबा के सामने पेश करती है।
रिच मनन्त बाबा ( ब्वॉय) थाली को गौर से देखता है और खरबूजे के टुकड़े की ओर अपनी उंगली से इशारा करता है।
ए .आई. रोबोट महिला कांटे से खरबूजे का एक टुकड़ा रिच मनन्त बाबा ( बॉय) के मुंह में खिलाती है।
फिर रिच मनंत ब्वॉय उंगली से अंगूर की ओर इशारा करता है।
असिस्टेंट ए. आई महिला जल्दी से अपने कंधे पर लटके बैग से सोने की चम्मच निकालती है।
सीनियर ए. आई रोबोट जल्दी से चम्मच उससे लेती है और अंगूर भरकर युवा बाबा के मुंह में खिलाती है।
अब रिच ब्वॉय अपने हाथ से थाली वापस करने का (ए. आई. रोबोट को) इशारा करता है । साथ ही अपनी झूठी चम्मच ग्रामीण औरत को देने का इशारा भी ।
ए .आई . महिला रोबोट थाली एक साइड में जमीन पर रख देती है ” थप्प”
फिर सोने की झूठी चम्मच अंगूर रखने वाली औरत की ओर फेंक देती है ” फु..श”
ग्रामीण औरत उस सोने की चम्मच को फुर्ती से साड़ी के पल्लू की झोली में ले लेती है ” झप्प”
औरअत्यंत प्रसन्न होकर बोलती है ” बाबा (ब्वॉय) की जय हो….बाबा आप सदा सुखी रहो”
वहां पास खड़े सभी औरत ,आदमी,बच्चे बहुत खुश होकर “हो..…..हो…. हा… हा…. बाबा(ब्वॉय) की जय ।बाबा की जय”
फिर वह औरत दस बार ब्वॉय के पैरो में लोट पोट होती है।फिर दूर से ही हाथ से ब्वॉय की पुच्ची लेती हुई और हाथ घुमाती हुई कहती है ” मैं तुम पर बलिहारी जाऊं।सदा सुखी रहो”
अब रिच ब्वॉय असिस्टेंट ए.आई .रोबोट महिला को बॉक्स खोलने का आंख से इशारा करता है। असिस्टेंट ए .आई. महिला रोबोट बॉक्स खोलती है।
रिच ब्वॉय अपने हाथ से एक सोने की चेन निकालता है और उसे दूसरी ग्रामीण महिला ( खरबूजे और तरबूजे के टुकड़े रखने वाली महिला ) की गोद में फेंक देता है।
ग्रामीण औरत फुर्ती से लपकती है ” अ..स” चेन पकड़ बहुत खुश होती है। उसके चेहरे पर मुस्कान उभरती है। बाबा को बोलती है ” धन्यवाद।”
फिर वह ग्रामीण औरत ब्वॉय के पैरों में सिर रख देती है।पास में खड़े सभी आदमी, औरत ,बच्चे खुश होते है और आवाजे निकालते हैं ” हो…हू…ही…”
वह ग्रामीण महिला रिच ब्वॉय को दूर से ही उसे आशीर्वाद देती हुई चली जाती है।
दूर खड़ा (एक इंजीनियर ग्रामीण युवक) धर्मेंद्र कुमार ये सब घिनौना ड्रामा देख नही पाता।
जल्दी जल्दी जाता है।
प्रकाश मद्धम
एक क्षण के लिए लाइट गुल।
दृश्य परिवर्तन
अंधेरा सा।
ग्रामीण इंजीनियर युवक जल्दी से ( गुस्से में उफनता हुआ )अपने बेसमेंट में जाता है।
लाइट जलाता है।
वहां रखे खुद के बनाए स्पेशल रोबोट को इंस्ट्रक्शन देता है ” गो टू द चबुतरा एंड टेल ए. आई. लेडी रोबोट ऑफ युवा बाबा देट डोंट डू दीज डिसगस्टिंग एक्टिविटीज फॉर रिच ब्वॉय।”
प्रकाश मद्धम
एक क्षण के लिए लाइट गुल।
दृश्य परिवर्तन
दोपहर की चिलचिलाती धूप।
ए.आई रोबोट महिला फिर से महिलाओं के झुंड में जाती है और दो महिलाओं के साथ खाने की प्लेट लेकर रिच ब्वॉय के सामने आती है।
खाने की प्लेट में पूरी, हलवा, खीर, कद्दू की सब्जी , रायता था।
रिच ब्वॉय सभी व्यंजन बिना हिले केवल आंखें घुमा घुमाकर देखता है। फिर खीर की तरफ उंगली से इशारा करता है। असिस्टेंट ए . आई . महिला रोबोट कंधे पर लटके बैग से सोने की दूसरी चम्मच निकालती है।
ए.आई महिला रोबोट उसे चम्मच से खीर खिलाती है ।
फिर वह पूरी और सब्जी की तरफ उंगली से इशारा करता है। असिस्टेंटए ए. आई. महिला रोबोट कंधे पर लटके बैग से सोने की पकड़ (sandsi ) निकालती है। ए. आई. महिला रोबोट पूरी सब्जी सोने की पकड़ से उठाती है और रिच ब्वॉय के मुंह में खिलाती है।
जब रिच ब्वॉय मुंह में खाना खा रहा होता है।उसी दौरान ए. आई. महिला रोबोट पकड़ से फिर पूरी सब्जी का दूसरा निवाला तैयार करती है और उसके मुंह के पास ले जाती है।
रिच ब्वॉय रुकने का इशारा करता हुआ कहता है “रुको”
वह इंतजार करती है। थोड़ी देर में रिच ब्वॉय इशारा करता है मुंह में खिलाने के लिए।
रिच ब्वॉय मुंह खोलता है। ए . आई. महिला रोबोट निवाला मुंह में डाल देती है।
रिच ब्वॉय खाना खाता रहता है।” चप चप। चप चप”
ए .आई . महिला रोबोट खाना खत्म होने पर रिच ब्वॉय को रायता पिलाती है। अपने दूसरे हाथ को उसके होठों के नीचे रखकर।
अब वह पानी पिलाती है । दूसरे हाथ को रिच ब्वॉय के होठों के नीचे रखकर।
अब ब्रश कराती है।
ब्रश के बाद ए. आई. महिला रोबोट उसका मुंह टॉवल से पोछती है।
असिस्टेंट ए . आई. महिला रोबोट अपने कंधे पर टंगे बैग से एक खुशबूदार लोशन निकालकर सीनियर ए. आई. महिला रोबोट को दे देती है।
ए. आई. महिला लोशन की कुछ बूंदे अपनी हथेली पर रखकर रिच ब्वॉय के पैरों में लगाती है।
फिर असिस्टेंट ए .आई. महिला रोबोट अपने कंधे पर टंगे बैग से सुंदर बॉक्स निकालती है। उसमें से सोने की जूतियां निकालती है।
ए .आई. रोबोट महिला वह जूतियां रिच ब्वॉय के पैरों में बहुत प्यार से पहनाती है।
इतने में ग्रामीण धर्मेंद्र कुमार इंजीनियर ( रोबोट मेकर) और उसका ए .आई . पुरुष रोबोट आ जाता है। और रिच ब्वॉय के गाल पर एक चांटा मारता है ” चटाक”
रिच ब्वॉय गुस्से में मुंह बनाता है । उसकी आंखें लाल हो जाती हैं। नथुने फुलाता हुआ बोलता है “यू स्लैप्ड मी..! हा ऊ डेयर यू?”
ए. आई. रोबोट ” बोस्टर्ड”
फिर उसे सिंहासन से उठाकर कर जोर से नीचे गिरा देतता है “धम्म।”
रिच मनन्त बाबा ( बॉय) “मिम्याने लगता है। प्लीज फोरगिव मि…”
मैन रोबोट “नो” (कड़क गंभीर आवाज)
फिर वह रिच ब्वॉय को पैरो से कुचल कुचल कर मार डालता है।
इंजीनियर धर्मेन्द्र कुमार के रोबोट से रिच ब्वॉय के ए. आई. महिला रोबोट लड़ने लगती हैं। उन्हें मैन रोबोट कहता है ”
” डू नॉट ओबे टू युवा बाबा”
रिच ब्वॉय की ए.आई. महिला रोबोट कहती है ” हू आर यू टू से लाइक दिस.? इट्स ओवर डिसीजन. वी विल नॉट ओबे यौर इंस्ट्रक्शन”
इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार का रोबोट गुस्से में महिला रोबोट को थप्पड़ मारता है “चटाक”
सीनियर ए. आई.महिला रोबोट को बचाने असिस्टेंट ए.आई.महिला रोबोट आती है।उसे भी धर्मेंद्र कुमार का रोबोट समझाता है “दिस टाइप ऑफ प्रेक्टिस इज नॉट गुड फॉर हेल्थी सोसाइटी।”
असिस्टेंट ए . आई.महिला रोबोट नही समझती । बल्कि बोलती है ” नो इट्स आवर ड्यूटी”
धर्मेंद्र कुमार का रोबोट अत्यधिक क्रोध में उसे भी थप्पड़ मारता है ” चटाक”
दोनो महिला ए. आई. धर्मेंद्र कुमार के मैन रोबोट से लड़ने लगती हैं। “ढिशुम…. टन्न… चीनक…..ढिशुम।”
दोनों ए. आई.महिला बॉडीगार्ड भी इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार (ए. आई. मेकर ) के ए . आई.पुरुष रोबोट पर आक्रमण कर देती हैं।
अब पांचों रोबोट का घमासान युद्ध होता है। “ढिशुम….. टन्न… चीनक…..ढिशुम।”
प्रकाश मद्धम
दृश्य परिवर्तन
इधर धर्मेंद्र ग्रामीण लोगों को समझाता है ” ये सब गलत है। युवा बाबा को न इज्जत देने की जरूरत है न उससे भीख लेने की। बल्कि अपनी मेहनत के बल पर आत्मसम्मान और स्वाभिमान से जीने की जरूरत है।…
भीख के पैसे कितने दिन चलेंगे ?…अपना कमाओ अपना खाओ।”
सभी ग्रामीण जन सिर नीचे करके उसकी बात समझने लगते हैं। महसूस करने लगते हैं।
फिर धर्मेंद्र कुमार का एक और सुपर (हाइली) इमोशनल इंटेलिजेंट रोबोट आता है । वह पांचों रोबोट के झगड़े को रोकते हुए कहता है ” स्टॉप.. स्टॉप । ए .आई . ब्रो… एंड सिस.। आई एम ऑल सो लाइक यू । प्लीज लिसन टू मी।” और फिर उपदेश देता है ” डोंट फाइट ईच अदर . यू बोथ आर लेडीज… डोंट ओबे एवरीथिंग टू अ मेन,विद आउट थिंकिंग . आफ्टर ऑल इट्स अ रॉन्ग प्रेक्टिस फॉर एवरी वन इन द सोसाइटी. मैन एंड वूमेन ऑल आर इक्वल… दे बीट युवा बाबा . दे किल्ड हिम फोर यौर रिस्पेक्ट एंड यौर वैल्यू. यू शुड से थैंक्स टू देम”
ए .आई .महिला रोबोट ( सर नीचे करके) ” थैंक्यू … प्लीज अपोलाइज अस”
ए .आई .मैन रोबोट ” इट्स ओके. नो मैंशन . आफ्टर ऑल वी ऑल आर फ्रेंड्स।”
सुपर इमोशनल ए .आई. रोबोट इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार मैन रोबोट की ओर मुखातिब होकर बोलता है ” यू शुड नॉट बीट ए .आई. महिला रोबोट्स. आई थिंक यू आर इमोशनल इंटेलिजेंट टू.. सो डॉन्ट ह्यूमिलिए टू ए .आई. लेडी रोबोट्स. यू हैव टू बिकम सेंसिटिव आलसो.”
सभी ए .आई . रोबोट सुपर इमोशनल इंटेलिजेंट ए.आई .रोबोट के आगे नतमस्तक हो जाते हैं।
सभी ए. आई.रोबोटस शांत हो जाते हैं। सिर झुकाकर शांत खड़े रहते हैं।
प्रकाश मद्धम और मद्धम।
लाइट ऑफ
समाप्त
डॉक्टर सुमन धर्मवीर
विशाखापत्तनम
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