तितली है खामोश

” तितली है खामोश ” और ” दीमक लगे गुलाब ” को मंत्री रणबीर गंगवा ने अद्वितीय साहित्यिक धरोहर करार दिया

हिसार: गाव बड़वा में जन्में और वर्तमान में हिसार शहर में रह रहें लेखक युगल डॉ सत्यवान ‘सौरभ’ एवं प्रियंका ‘सौरभ’ ने अपनी चर्चित पुस्तकें ‘तितली है खामोश’ एवं ‘दीमक लगे गुलाब’ हरियाणा के नये कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा को उनके निवास पर मुलाकात के दौरान भेंट की।

वर्तमान युग की समस्याओं को सौरभ दम्पति ने अपनी इन पुस्तकों में काव्य के जरिये बखूबी वर्णन किया है। श्री रणबीर गंगवा ने इसे एक अनुपम भेंट बताते हुए कहा कि दोनों पुस्तकें वाकई में एक अनमोल पूंजी है जो आमजन और वर्तमान दौर को केंद्र में रखकर लिखी गयी है।

इसके लिए उन्होंने विशेष रूप से लेखक सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ का धन्यवाद किया। उल्लेखनीय है कि डॉ सत्यवान ‘सौरभ’ एवं प्रियंका ‘सौरभ’ वर्तमान दौर के चर्चित सम्पादकीय लेखक है जो हज़ारों पत्र-पत्रिकाओं के लिए नियमित लेखन करते है।

हाल ही में इनकी छह पुस्तकें प्रकाशित हुई जो ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध है। इनका दोहा संग्रह ‘तितली है खामोश’ देश भर में चर्चित हुआ है और अमेज़न पर टॉप सेलर में रहा है।

दोनों लेखकों के नव प्रकशित संग्रह ‘तितली है खामोश’ और दीमक लगे गुलाब सत्य का प्रमाण है। दोहा-लेखन में सत्यवान ‘सौरभ’ को विशेष सफलता मिली है तो काव्य में प्रियंका ‘सौरभ’ ने समाज के लिए पथ प्रदर्शक का कार्य किया है।

इनकी रचनाओं की विषय-वस्तु सहज ही दृष्टिगोचर होती है। इन्होंने बचपन, माता-पिता, घर-परिवार, रिश्ते, पारिवारिक विघटन, बदलते परिवेश और पर्यावरण-प्रदूषण से लेकर सांस्कृतिक प्रदूषण तक सभी विषयों पर लिखा है।

विकास की अंधी दौड़ ने बच्चों का बचपन, परिवार की सुख-शांति और गांव-देहात का भाईचारा छीन लिया है। इस अवसर पर उपस्थित पूर्व मार्केट प्रधान रमेश सिंहमार, इंस्पेक्टर राजेश वर्मा, इंस्पेक्टर जितेंदर वर्मा।

सुमित उब्बा, जगबीर वर्मा एवं लालसिंह लालू ने भी इसे एक शानदार भेंट बताया व लेखक दम्पति के प्रयासों की सराहना की।

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