‘‘सामाजिक चिंतन यथार्थ व आदर्श’’ पुस्तक का विमोचन

नवलगढ़ की साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था नव चेतना के सौजन्य से विश्वकर्मा दिवस पर जांगिड अस्पताल परिसर में राज्यपाल से सम्मानित वयोवृद्ध शिक्षक छाजूलाल जी जांगिड द्वारा रचित ‘‘सामाजिक चिंतन यथार्थ व आदर्श’’ पुस्तक का विमोचन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत प्रसिद्ध मूर्तिकार व राज्यपाल द्वारा सम्मानित शिक्षक मातूराम वर्मा थे तथा अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार व लेखक श्री श्याम जांगिड चिड़ावा ने की व मुख्य वक्ता आरपीएस प्रशिक्षु कृष्ण राज जांगिड़ थे।

विषिष्ट अतिथि इंजीनियर भंवरलाल जांगिड अंगिरा समिति अध्यक्ष ,श्री नवीन कुमार शर्मा प्राचार्य एस एन. स्कूल, शिक्षाविद् डाॅ के डी यादव, डाॅ अनिल कुमार शर्मा, सेवानिवृत बैंक अधिकारी श्री राजेन्द्र कुमार जांगिड श्री छाजूलाल जी के दामाद संस्था अध्यक्ष श्री महेन्द्र कुमावत थे। प्रारंभ मे सभी अतिथियों द्वारा भगवान विश्वकर्मा की फोटो पर पुष्पांजलि दी गई। जगदीश प्रसाद जांगिड के नेतृत्व मे भगवान विश्वकर्मा की आरती की गई।

कार्यक्रम के संयोजक डाॅ दयाशंकर जांगिड ने ज्ञान विज्ञान कला कौशल व निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की महिमा बताते हुये सभी अतिथियों का स्वागत किया। आपने बताया कि आज के विश्वकर्मा मूर्तिकार मातूराम जी द्वारा बिसाउ मे शिव की मूर्ति, सरदार वल्लभ भाई की विशाल मूर्ति नाथद्वारा की विशाल मूर्ति तथा अयोध्या धाम मे बनने वाले राममंदिर मे श्रीराम की मूर्ति तथा देश विदेश मे इनके परिवार द्वारा मूर्तियों को बनाकर शेखावाटी का नाम रोशन किया है।

आप आदर्श अध्यापक भी रह चुके है। श्री श्याम जांगिड अच्छे लेखक है और वे भी सृजन करते है। कई बार विभिन्न संस्थाओ द्वारा सम्मानित हो चुके है। आपने कहा कि हम सब विश्वकर्मा के वंशज निर्माण करते है और दूसरों के निर्माण में सहयोग करते है चाहे कला हो ज्ञान हो विज्ञान हो।

विश्वकर्मा के वंशजों द्वारा प्राचीन काल में अनुपम रचनात्मक कार्य किये गये। आज भी उनके वंशज द्वारा बनाई गई लोकसभा तथा जी टवेंटी का स्थल बेजोड़ भारतीय संस्कृति का नमूना है। चाहे काश्तकार हो, लोहाकार, काष्ठकार, स्वर्णकार हो या शिल्पी ही निर्माण करते है।

हमारे देश के प्रधानमंत्री विश्वकर्मा वंशियों का सम्मान करते है व आज पूरे देश में विश्वकर्मा कौशल योजना का शुभारंभ उनको और सशक्त बनाने का प्रयास है जो देश की उन्नति में सहायक होगा। आपने भारत के यशस्वी व दुनिया के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर उनको बधाई दी तथा लंबी उम्र की कामना की ताकि हमारा देश आने वाले वर्षो में विश्व गुरू बने।

इस अवसर पर अतिथियों द्वारा श्री छाजूलाल जी जांगिड द्वारा रचित ‘‘सामाजिक चिंतन यथार्थ व आदर्श’’ पुस्तक का विमोचन किया गया तथा सभी को पुस्तक की प्रतियां बांटी गई। इस अवसर पर पुस्तक के लेखक ने बताया कि मेरे जीवन में जो मैने देखा है उसी को चरितार्थ किया है समाज की कमियों को उजागर किया है तथा उसे दूर करने का उपाय भी सुझाये गये है।

मूर्तिकार मातूराम वर्मा ने अपने उदबोधन मे कहा कि मेरे व मेरे परिवार पर भगवान विष्वकर्मा का आशीर्वाद है और मै अपने क्षेत्र मे कार्य कर रहा हूं। आरपीएस प्रशिक्षु कृष्ण राज जांगिड़ ने अपने उदबोधन मे कहा कि नई पीढ़ी के लिये यह पुस्तक प्रेरणा का काम करेगी।

आज के समय में मोबाइल का बहुत अधिक प्रयोग हम सबके लिये चिंता का विषय है इससे आपसी संबन्ध कम होते जा रहे है। इंजीनियर भंवरलाल जांगिड ने अपने उदबोधन मे कहा कि सभी हाथ से काम करने वाले लोगो की वजह से हमने तरक्की की है।

आपने कहा कि छाजूलाल जी द्वारा लिखित पुस्तक समाज को नई दिशा प्रदान करेगी। प्राचार्य नवीन कुमार ने कहा कि हम लोग पाष्चात्य संस्कृति की ओर बढ रहे है यह देश के लिए घातक है। स्त्रीरोग विषेषज्ञ डाॅ मीनाक्षी जांगिड ने अपने उदबोधन मे कहा कि बच्चों में अच्छे संस्कार देना हम सबकी जिम्मेदारी है जिस ओर लोग कम ध्यान देते है।

इसकी वजह से विद्यार्थी नशे के शिकार हो रहे है आत्महत्या तक कर लेते है। यह सोचने का विषय है हमें बुजुर्गो के आशीर्वाद व संस्कारों से शिक्षा लेकर अच्छे समाज का निर्माण करने का संकल्प लेना चाहिये। डाॅ के डी यादव व डाॅ अनिल कुमार शर्मा ने भी एक अध्यापक द्वारा समाज के लिए प्रेरणादायी पुस्तक का प्रकाशन सराहनीय कार्य बताया।

उनका जीवन आदर्श रहा है। सेवानिवृत बैंक अधिकारी श्री राजेन्द्र कुमार जांगिड ने बताया कि प्रस्तुत पुस्तक में सामाजिक विकृतियों व समाजोपयोगी विषयों पर लेख निरूपित किये गये है। मानवीय व्यवहार, पारिवारिक संबंध, मान मर्यादाओ तथा आध्यात्मिक आदि विषयों पर चिंतन व मनन किया गया है। लेखक ने अपने अनुभव और अनुभूतियों को पुस्तक मे पिरोया है।

कार्यक्रम में अतिथियों का मालाओ व शाॅल ओढाकर सम्मान ओमप्रकाश जांगिड तथा महेन्द्र कुमावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर अंकित कुमार जांगिड जाखल हेंडबाल मे स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर संस्था द्वारा प्रतीक चिंह व महान विभूतियों की पुस्तके देकर सम्मान किया गया।

कार्यक्रम मे नव चेतना,अलायंस क्लब के सदस्य व लेखक के परिवार जन तथा शहर के शिक्षाविद व गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव रमाकांत सोनी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ अनिल कुमार शर्मा ने किया। भव्य कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

DR. DAYASHANKAR JANGID
JANGID HOSPITAL NAWALGARH

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