हिंदी : बोलचाल की भाषा
हमारे कण – कण में व्याप्त आम बोलचाल की भाषा हिंदी है । हिंदी भाषा के द्वारा स्वाध्याय, लेखन आदि का सही से ज्ञान होता है । पुराने समय में वह अभी प्रचलित भाषा में एक हिंदी है । मन के भाव व्यक्त करने का माध्यम की भाषा हिंदी है ।
साहित्यिक रस धार की भाषा हिंदी है । हमारे को जीवन में समानता का अधिकार दिलाती हमारी भाषा हिंदी है । हमारे को राष्ट्रीयता की भावना से ओत – प्रोत करने वाली प्यारी भाषा हिंदी है । वह हम सभी को एक दूसरे से जोड़ने वाली स्थानीय भाषाओं की कड़ी हिंदी भाषा बनी है ।
हम सबको आत्मीयता से जोड़कर एक सूत्र में बाँधे रखने वाली मातृभाषा हिंदी मुझे व हम सबको परम प्रिय लगती है । संयुक्त राष्ट्र महासभा में पहली बार वर्ष 1949 में हिंदी बोली गई थी, इसी दिन को याद करने के लिए विश्व हिंदी दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है ।
महाराष्ट्र के नागपुर में पहला वैश्विक हिंदी सम्मेलन वर्ष 1974 को आयोजित किया गया था । इसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। भारत में पहली बार तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी 2006 को हिंदी दिवस मनाया था , वह विश्व हिंदी दिवस को औपचारिक रूप से मनाने की घोषणा की थी | 3
चूंकि पहला विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया गया था, इसलिए हर साल 10 जनवरी को इस दिवस को मनाते हैं। विश्व हिंदी दिवस पर हर साल अलग- अलग थीम पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं|
हिंदी दिवस के इस दिन पर दुनिया भर के भारत दूतावासों, विदेशों के विश्वविद्यालयों की हिंदी शिक्षण पीठों, भारत के सभी सरकारी कार्यालयों, विश्वविद्यालयों, स्कूलों आदि – आदि में कई तरह की प्रतियोगिताएं आदि – आदि आयोजित की जाती हैं | विश्व भर में सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक हिंदी भाषा है।
विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। वह इसे मनाने का एक खास मकसद दुनियाभर में हिंदी भाषा बोलने वालों को एक सूत्र में पिरोना है। हर साल हिंदी दिवस को अलग थीम पर बनाया जाता है।
हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है। हिंदी भाषा न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय है। विदेशी भी इस बात को मानते हैं कि भावना बात आदि को प्रदर्शित करने का जो हुनर हिंदी भाषा में है, वो किसी और भाषा में नहीं है।
जैसे कि आगम आदि ग्रंथों का सरल अर्थ में हिंदी भाषा में अनुवाद आदि – आदि । हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। वहीं भारत में राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। हिंदी, हिंदुस्तान की पहचान और गौरव दोनो है।
ये भारत की राजभाषा है। यह दुनियाभर में बसे भारतीयों को एक सूत्र में बांधने का सबसे अच्छा माध्यम है। दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है जहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है।
भारत के अलावा फिलीपींस, मॉरीशस, फिजी, नेपाल, सुरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और तिब्बत आदि देशों में भी हिंदी बोली और समझी जाती है। हिंदी ऊँच नीच को नहीं मानती है।
हिंदी का कोई भी वर्ण (लैटर) बड़ा (कैपिटल) या छोटा (स्माल) नहीं होता है , वह सब बराबर होते हैं । हिंदी आधे को सहारा देने हेतु पूरा अक्षर हमेशा तैयार रहता है । हिंदी में एक ही शब्द के उपयोग अनुसार रूप और परिभाषा बदल दिया जाता है ।अतः हमारे लिए हिंदी भाषा बहुत- बहुत उपयोगी व सारगर्भित है।

प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़)
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