राष्ट्रीय पटल पर छाने को आतुर एक नाम ऐसा भी
श्रीमति ऋतु गर्ग ,एक कवयित्री और लेखिका हैं, जिन्होंने भगवद गीता के संदेश को बहुत ही सुंदर और सरल तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।
विश्व पटल पर छाने को आतुर एक नाम ऐसा भी है जो अपने संस्कार, मर्यादाओं और मान सम्मान देने के लिए जाना जाता है।
बचपन से ही स्वच्छ भाव के साथ गुरु चरणों से अवतरित प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के आगमन को कभी कोई समझ ही नहीं पाया।
लेकिन वही व्यक्तित्व अपनी प्रतिभाओं कार्य कुशलता के साथ प्रज्वलित दीपक की भांति सदा जलता ही रहा।
स्वयं को अग्नि में तपाते हुए औरों के लिए फूलों की राह बिछाता ही रहा।
जब नौका कभी डगमगाने लगी तो प्रभु का सहारा लेकर धैर्य की कश्ती से उस पार जाने लगा, हां! यही व्यक्तित्व धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्य को निर्धारित करके शांत और स्थिर भाव से सदैव आभारी रहा।
यह वही व्यक्तित्व है जो देश प्रेम, समर्पण और सेवा भाव सिखाता है।
लाखों लोगों की प्रेरणा, दयालुता, सदविवेक सदविचारों से परिपूर्ण सिलीगुड़ी निवासी श्रीमती ऋतु गर्ग आज अनेक लोगों की प्रेरणा स्रोत बनी हुई है।
वह अपनी सोच विचारों के द्वारा सभी के मन को निर्मल करना जानती है सभी की मानसिक दुर्बलता को दूर करने का प्रयास करती है।
हर पल सुख शांति और प्रेम की वर्षा चाहने वाला व्यक्तित्व बहुत ही संघर्षों से पार हुआ होगा ,तब यह खूबसूरत संरचना ईश्वर ने गढ़ी होगी। प्रकृति से लगाव उन्हें खूबसूरती प्रदान करती है। प्रकृति की गोद में वह सतरंगी आभा के साथ अनेक सुनहरे सपने संजोती है।
मन की संरचना शरीर की संरचना से कहीं अधिक सुंदर है। यह वही व्यक्तित्व है जो आने वाले समय के लिए एक ध्रुव तारे की तरह चमकता हुआ दिखाई देगा ।
श्रीमती गर्ग अपने व्यवहार क्रिया कलापों और अनेक ऐसी रचनाओं को लिखती है जो उनके कलम से अवतरित होती है, मां शारदे की अनुकंपा से अनेक रचनाएं मन को छू लेने वाली उनके कलम से अवतरित हुई और गीता का ज्ञान तो जैसे ही मन को छूता है और भी अनेक धर्म और संस्कारों से परिपूर्ण उनकी लेखनी सदैव अनवरत चलती ही रहती है और समाज में अपना अतुलनीय योगदान देती है।
सनातन शक्ति श्रीमति ऋतु गर्ग के द्वारा रचित भगवान श्री राम से प्रेरित अनेक भजनों से सुसज्जित पुस्तिका है।
अनेक साहित्यिक विधाओं के साथ वह अपनी रचनाओं के लेखन के द्वारा समाज को दिशा प्रदान करती है। इन्हें समय-समय पर संतों महात्माओं द्वारा आशीर्वाद प्राप्त होता रहता है।
एक अनूठा समता धारण करने वाला व्यक्तित्व जो अपने नाम के साथ शहर,राज्य और देश का नाम भी रोशन कर रही है।
श्रीमती ऋतु गर्ग की लेखनी अनेक साहित्यिक राष्ट्रीय ,अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित हो चुकी है। श्रीमती ऋतु गर्ग अभी तक गीता ज्ञान की हजारों प्रतियां लोगों तक पहुंच चुकी है, उद्देश्य सिर्फ वही जन-जन तक सद्भावना का प्रचार। श्रीमती गर्ग भारत माता अभिनंदन संगठन से जुड़कर राष्ट्र प्रभारी के पद पर रहते हुए जन जन में देश प्रेम की भावना का संचार कर रही है।
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