प्रकृति का मानवीकरण
प्रकृति का मानवीकरण
प्रकृति की गोद में हम रहते हैं,
उसकी सुंदरता से हमें प्रेरणा मिलती है,
की उसकी शक्ति से हमें जीवन मिलता है।
प्रकृति की हरियाली में हम खो जाते हैं,
उसकी ध्वनियों में हमें शांति मिलती है,
की उसकी सुंदरता में हमें आनंद मिलता है।
प्रकृति की शक्ति से हमें प्रेरणा मिलती है,
उसकी सुंदरता से हमें जीवन मिलता है,
की उसकी हरियाली में हमें शांति मिलती है।
प्रकृति की सुंदरता को हमें बचाना होगा,
उसकी शक्ति को हमें समझना होगा,
की उसकी हरियाली को हमें बढ़ाना होगा।
प्रकृति की गोद में हमें जीना होगा,
उसकी सुंदरता में हमें खोना होगा,
की उसकी शक्ति में हमें जीवन पाना होगा।
प्रकृति की हरियाली में हमें आनंद लेना होगा,
उसकी ध्वनियों में हमें शांति पानी होगी,
की उसकी सुंदरता में हमें जीवन जीना होगा।

बीएल भूरा भाबरा
जिला अलीराजपुर मध्यप्रदेश
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