राम पर पाँच दोहे

( Ram Par Paanch Dohe )

चाहे राजा राम हों,या वनवासी राम।
उर में जन-जन के वसे,सबके ही सुख-धाम।।

बल-संबल सब राम हैं, राम हमारी शक्ति।
राम हमारे पूज्य हैं, राम हमारी भक्ति।।

जन-जन सीखे राम से, निर्बल से अनुरक्ति।
नहीं राम-सा पूज्य है, नहीं राम-सा व्यक्ति।।

हुए अवतरित लोक में,किए अलौकिक काम।
सबके ही आदर्श हैं, सबके ही प्रिय राम।।

कौन कर सका राम-सा,धर्म-कर्म निर्वाह।
जनमानस से राम ने, पाई प्रीति अथाह।।

Dr. Ramprakash 'Pathik'

डॉ० रामप्रकाश ‘पथिक’
कासगंज ( उ.प्र.)
पता– डॉ० रामप्रकाश ‘पथिक’
अभिनव सदन, लवकुश नगर,
कुशवाहा धर्मशाला के पीछे,
कासगंज
जिला– कासगंज ( उत्तर प्रदेश )
पिनकोड- 207123
फोन नं.- 9411015319

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भावानुवाद विधा दोहा

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