इश्क फरमाना नहीं आता

इश्क फरमाना नहीं आता

इश्क फरमाना नहीं आता     मुसलसल अश्क अगर जो बरसाना नहीं आता। तो समझो आपको फिर इश्क फरमाना नही आता।   पशीना पाँव का सर तक जब पहुँच जाता है, बिना मेहनत किये तो एक भी दाना नहीं आता।   मिली है दौलत तो हर जगह पर बर्बाद न कर, किसी के हक में…