कभी चहरे पे मत रीझौ दिलों से लोग काले है

कभी चहरे पे मत रीझौ दिलों से लोग काले है

कभी चेहरे पे मत रीझौ दिलों से लोग काले है   कभी चेहरे पे मत रीझौ दिलों से लोग काले है। समझ लो ठीक से सारे यहां जो भोले-भाले है।।   सभी का बात करने का बता देता हमें लहजा। बङे मगरूर रहते हैं यहां जो हुस्न वाले है।।   बहक पाते कदम तब ही…