जिंदगी हर ख़ुशी से ही बेज़ार है!

जिंदगी हर ख़ुशी से ही बेज़ार है!

जिंदगी हर ख़ुशी से ही बेज़ार है!   जिंदगी हर ख़ुशी से ही बेज़ार है! हो गयी अपनी तक़दीर बीमार है   दोस्ती प्यार की गुफ़्तगू हो कैसे नफरतों की खड़ी राहें दीवार है   लुफ़्त आऐ कैसे तेरे बिन जीस्त में जिंदगी तेरे बिन अपनी बेकार है   जो कभी प्यार की गुफ़्तगू करता…