दोस्त मेरे क्या ये तेरा हौसला है | Hosla shayari Hindi
दोस्त मेरे क्या ये तेरा हौसला है ( Dost mere kya ye tera hosla hai ) दोस्त मेरे क्या ये तेरा हौसला है दुश्मनों से देखा मैंने क्या लड़ा है खो गया हूँ शहर की गलियों में ऐसा रास्ता कोई न मंजिल का मिला है हाथ उससे अब नहीं यारों मिलेगा…