निशानी प्यार की | Ghazal nishani pyar ki
निशानी प्यार की ( Nishani pyar ki ) दें आया हूं मैं जिसे कल निशानी प्यार की जिंदगी भर बन गयी दिल में रवानी प्यार की दें गया है हिज्र आंखों में वो मुझे ऐसा यहाँ रह गयी दिल में अधुरी वो कहानी प्यार की जो नहीं लिक्खी मुहब्बत मेरी है तक़दीर…