इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है !

इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है | Patthar dil shayari

इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है ! ( Itna bada patthar dil nahin hai )     इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है! आज़म वफ़ा का क़ातिल नहीं है   जिसनें क़सम खायी साथ दूंगा वो आज दुख में शामिल नहीं है   समझें नहीं  जो मेरे वफ़ा को वो प्यार के ही क़ाबिल नहीं…

मुश्किलों से निकलने का रास्ता दिखा

या खुदा कर दे रिहा

  या खुदा कर दे रिहा ( Ya khuda kar de riha )   हर पल यूँ ही आँखे भर जाना उदासी को दर्शाती है, खामोश रह, सब कुछ बर्दाश करना घुटन को बतलाती है ।। ये खुदा मुझे बहरा बना दे, कि कुछ सुन न सकूँ । या खुदा पत्थर दिल बना दे कि…