पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है

पूरे हक़ के साथ | Ghazal poore haq ke saath

पूरे हक़ के साथ  ( Poore haq ke saath )   पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है तेरे बाद से नशे को कम किया गया है   ज़हन से हुस्न का दस्तरस किया गया है फिर तेरे होने का वेहम किया गया है   जो तेरे होते हुए करना मुमकिन ना था…