ढ़ल रही धूप है सूरज की देखिए
ढ़ल रही धूप है सूरज की देखिए ढ़ल रही धूप है सूरज की देखिए! है उछल कूद ये आदमी देखिए भा गयी है आंखों को सूरज की लाली ख़ूबसूरत बड़ी दिलकशी देखिए रास्ते मंजिलों के दिखाने को ही राहों में फ़ैली है रोशनी देखिए जीतेंगे जंग रख हौसला दुश्मन से…