आज अपना हबीब है देखा | Ghazal
आज अपना हबीब है देखा ( Aaj apna habib hai dekha ) आज अपना हबीब है देखा पास किसी के करीब है देखा मत कर इतना गरूर ख़ुद पे तू हाँ बिगड़ते नसीब है देखा बोलते हक़ में सच के मैंनें तो आज मैंनें रकीब है देखा है परेशां यहां तो…
आज अपना हबीब है देखा ( Aaj apna habib hai dekha ) आज अपना हबीब है देखा पास किसी के करीब है देखा मत कर इतना गरूर ख़ुद पे तू हाँ बिगड़ते नसीब है देखा बोलते हक़ में सच के मैंनें तो आज मैंनें रकीब है देखा है परेशां यहां तो…